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Thursday 28 March 2024

Know about TradeMark & Registered

नमस्कार दोस्तो, आइये जानते हैं। बिज़नेस में ट्रेडमार्क ™ और रजिस्टर्ड ® क्या होता है ? और ट्रेडमार्क और पंजीकरण में क्या अंतर होता है?

"भारत में व्यापारिक चिह्न (जिसे हम अंग्रेजी में ट्रेडमार्क भी कहते हैं ) अधिनियम 1999 के तहत व्यापारिक चिह्न को व्यवस्थित किया जाता है। व्यापारिक चिह्न दो प्रकार का होता है, जिसमें एक पंजीकृत (रजिस्टर्ड-®) और दूसरा अपंजीकृत (टीएम-TM) होता है। इन दोनों में अंतर होता है। हालांकि, कई लोग इन दोनों चिह्नों को देखकर किसी भी उत्पाद के गुणवत्ता और ब्रांड मूल्य को लेकर उलझन में पड़ जाते हैं। इस लेख के माध्यम से हम व्यापारिक चिह्न और पंजीकरण के बीच अंतर को समझेंगे।"



रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क का अर्थ क्या होता है?

पंजीकृत व्यापारिक चिह्न को 1999 के व्यापारिक चिह्न अधिनियम के अंतर्गत पंजीकृत किया जाता है। इसमें उत्पाद के मालिक को व्यापारिक चिह्न का उपयोग करने का कानूनी अधिकार प्राप्त होता है, जिससे वह व्यापारिक चिह्न का उपयोग कर सकता है। इसके अंतर्गत किसी भी उत्पाद को ब्रांड किया जा सकता है, जिसमें उसका खुद का चिह्न, डिज़ाइन और नाम होता है।

 

पंजीकृत ट्रेडमार्क कितने वर्षों तक मान्य रहता है?

पंजीकृत ट्रेडमार्क प्राप्त होने पर वह सदैव के लिए मान्य नहीं होता है, बल्कि इसकी प्राधिकरणावधि 10 वर्ष होती है। इस प्रकार, 10 वर्ष बाद फिर से ट्रेडमार्क की पुनः पंजीकरण कराना आवश्यक होता है।

 

गैर पंजीकृत ट्रेडमार्क क्या होता है?

गैर पंजीकृत ट्रेडमार्क वह होता है, जिसे किसी ऐक्ट के अंतर्गत पंजीकृत नहीं किया गया हो। इस प्रकार, इस ट्रेडमार्क को कानून की अनुमति नहीं मिलती है। हालांकि, यह कानूनी तौर पर 'कॉमन लॉ' में आता है। ट्रेडमार्क वाले उत्पादों की गुणवत्ता कंपनी के मालिक पर निर्भर होती है कि वह अपने उत्पाद की लोगों में अच्छी पकड़ और उन्हें प्रतिष्ठान्वित बनाने के लिए उसकी गुणवत्ता पर कोई कमी न करे।

 

ब्रांड़ चिन्ह और पंजीकृत में प्रमुख अंतर

  • ट्रेडमार्क अपने सामान्य अधिकारों के तहत आता है, जबकि पंजीकृत ट्रेडमार्क को ट्रेडमार्क एक्ट 1999 के अनुसार पंजीकृत किया जाता है।
  • पंजीकृत ट्रेडमार्क की मान्यता 10 वर्षों तक रहती है, जबकि गैर-पंजीकृत ट्रेडमार्क के मामले में यह उत्पाद की गुणवत्ता और ब्रांड की देखभाल पर निर्भर करता है।
  • पंजीकृत ट्रेडमार्क के लोग ‘R’ सिंबल का उपयोग कर सकते हैं, जबकि गैर-पंजीकृत ट्रेडमार्क केवल 'TM' सिंबल का उपयोग कर सकते हैं।
  • पंजीकृत ट्रेडमार्क की पहचान पूरे देश में होती है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित होती है, जबकि गैर-पंजीकृत ट्रेडमार्क की केवल एक क्षेत्र में ही पहचान होती है। इस प्रकार, इनके ट्रेडमार्क की सुरक्षा में कमी होती है।

ब्रांड मार्क और पंजीकृत के बीच कुछ और प्रमुख अंतर निम्नलिखित तालिका में दिए गए हैं

प्रमुख अंतर

ब्रांड़ चिन्ह TM

पंजीकृत ®

अर्थ

व्यापारिक चिह्न जो उत्पादों या सेवाओं को पहचानने में मदद करता है।

नियमित रूप से कानूनी रूप से संरक्षित ब्रांड या नाम।

स्वामित्व

यह अक्सर कंपनी या व्यक्ति द्वारा निर्मित और प्रयोग किया जाता है।

इसे कानूनी तौर पर पंजीकृत किया जाता है और केवल उस व्यक्ति या कंपनी के लिए होता है।

संरक्षण

ब्रांड़ चिन्ह को आमतौर पर कॉपीराइट या ट्रेडमार्क के रूप में संरक्षित नहीं किया जाता है।

पंजीकृत ब्रांड को कानूनी रूप से संरक्षित किया जाता है, जिससे उसके अनधिकृत प्रयोग से बचा जा सकता है।

प्रमाण

ब्रांड़ चिन्ह एक व्यक्ति या कंपनी के द्वारा तैयार किया जा सकता है और इसे तुरंत प्रयोग में लाया जा सकता है।

पंजीकृत ब्रांड को प्राप्त करने में कुछ समय लग सकता है, जो इसका उपयोग करने में देरी कर सकता है।

उदाहरण

Nike के चेकमार्क

Nike Swoosh चिन्ह



इस तरह, ब्रांड़ चिन्ह और पंजीकृत में प्रमुख अंतर की समझ यह है कि ब्रांड़ चिन्ह आमतौर पर तत्काल प्रयोग के लिए होता है, जबकि पंजीकृत ब्रांड को कानूनी रूप से संरक्षित किया जाता है और उसका उपयोग केवल रजिस्टर्ड धारक के लिए होता है।

दोस्तो, उम्मीद है कि इस पोस्ट को पढ़कर आपको कुछ नया जानने को मिला ही है। अगर आपने कुछ नया जाना है तो इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेयर करें

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